![Gharelu Chikitsa Kosh [hindi]](http://bestofusedbooks.com/cdn/shop/files/1_5edf87d0-40ee-40fd-b221-492664822f02_{width}x.jpg?v=1738911506)
एलोपैथिक चिकित्सा अपनी विशेषताओं के कारण सर्वमान्य है। यह घातक रोगों और शल्य चिकित्सा में अग्रणी भी है, लेकिन अनेक सामान्य रोगों को जड़ से नहीं मिटा पाती, बल्कि उसे अस्थायी तौर पर दवा देती है। कई बार उसकी तीखी और तेज असरकारक दवाइयों के 'साइड इफैक्ट्स भी घातक साबित हो जाते हैं। रोग बार-बार उभरते रहते हैं, जबकि आयुर्वेदिक चिकित्सा रोगों को जड़-मूल से नष्ट करने की क्षमता रखती है। यह व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाती है। बुनियादी तौर पर उसकी औषधियां स्वास्थ्य एवं शक्तिवर्धक है, जो हरेक को हृष्ट-पुष्ट बना देती हैं। यही कारण है कि भर में तमाम लोग तेजी से आयुर्वेदिक चिकित्सा की ओर लगातार उन्मुख हो रहे हैं।
वास्तव में लेखक द्वारा घर बैठे आसानी से रोगों पर काबू पाने और रोगी को स्वस्थ बनाने के उद्देश्य से यह चिकित्सा गाइड तैयार की गई है। इसीलिए इसमें आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा को विस्तार से समेटा गया है, जबकि इसी निमित्त घर-घर में तथा आसपास आसानी से उपलब्ध होने वाली जड़ी-बूटी, फल-सब्जी, चूरन चटनी, अनाज-मसालों को भी मुख्य रूप में दिया गया है। इन सभी के आजमाए हुए, अकसीर और गुणकारी हज़ारों-हज़ार नुस्खे सभी तरह के रोगों पर विजय पाने के लिए संग्रहीत हैं। अन्य विकल्पों के रूप में होम्योपैथिक वं बायोकैमिक चिकित्सा की मौजूदगी पुस्तक को और भी उपयोगी बना देती है।