भारत-पाकिस्तान विभाजनका यह अध्याय है जो एक विरार के अनेक भारतीयों के मन पर थी उसकी विश्वविजयी गई एक रेखा के पर और एयर को चार गुरको भी परीक्षा की जिनके एयरों से हारी हरली हिती नहीं की।
इसमें आए सरीवर केरोटू भी जाते हैं।
भारत-पाकिस्तान विभाजनका यह अध्याय है जो एक विरार के अनेक भारतीयों के मन पर थी उसकी विश्वविजयी गई एक रेखा के पर और एयर को चार गुरको भी परीक्षा की जिनके एयरों से हारी हरली हिती नहीं की।
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